भारत में बहुत से लोग कृषि पर निर्भर हैं, जिस कारण पशुपालन उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, बहुत से लोग सोच रहे हैं कि बकरी पालन व्यवसाय गांव में कैसे शुरू करें और यह कैसे एक लाभदायक व्यवसाय बन सकता है
और बहुत कम निवेश के साथ और इससे बहुत अधिक लाभ होता है, अगर यह व्यवसाय सही तरीके से किया जाए, तो यह गांव की बेरोजगारी को काफी हद तक कम कर सकता है, अगर आप लोग अपना खुद का बकरी पालन का व्यवसाय शुरू करने की सोच रहे हैं और आप जानना चाहते हैं कि बकरी पालन का व्यवसाय कैसे किया जाता है,
तो इस लेख के माध्यम से मैं आपको पूरी जानकारी देने की कोशिश जरूर करूंगा, देखिए अगर आप लोग बकरी पालन का व्यवसाय शुरू करते हैं, तो इसके बारे में अंदाजा लगाना उतना मुश्किल है,
जितना कि उसके बारे में अनुमान लगाना अगर आप लोग बकरी पालन का व्यवसाय शुरू कर रहे हैं, तो आपको इन सभी बातों को ध्यान में रखना चाहिए ताकि आप लोग एक समृद्ध और उग्र बकरी पालन का व्यवसाय शुरू कर सकें, मैंने इस लेख में इसके बारे में पूरी जानकारी दी है।
बकरी पालन व्यवसाय शुरू करने से पहले जरूरी बातें
बकरी पालन व्यवसाय शुरू करने का सबसे पहला नियम है इसे अच्छे से समझना और फिर एक बिज़नेस प्लान बनाना और उसके अनुसार अपने व्यवसाय के लिए ठोस कदम उठाना।
मैं आपको इस व्यवसाय के बारे में पूरी जानकारी बताने जा रहा हूँ लेकिन आपको यह व्यवसाय प्लान खुद ही बनाना होगा। जैसे बकरी की कौन सी नस्ल होगी यह भी बहुत महत्वपूर्ण है और आपका बजट क्या है
यानी आप कितना पैसा लगाना चाहते हैं ये सभी बातें बहुत महत्वपूर्ण हैं।
बकरी व्यवसाय के लिए सही जगह का चयन करें
अगर आपने बकरी पालन का व्यवसाय शुरू करने का फैसला कर लिया है तो सबसे पहले आपको अपनी बकरी के लिए सही जगह का चुनाव करना होगा जहां पर आप यह व्यवसाय शुरू कर सकें।
इस व्यवसाय के लिए सही जगह चुनने के साथ-साथ आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा जैसे
1. सबसे पहले आपको ऐसी जगह का चुनाव नहीं करना है जो कि असुरक्षित हो
2. अगर आप असुरक्षित जगह पर बकरियां पाल रहे हैं तो आपको कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है जैसे बकरियों की चोरी, उनकी हत्या, अपराध, बाहरी जानवरों से सुरक्षा का खतरा आदि। इसलिए आपको ऐसी जगह का चुनाव करना चाहिए जहां ये सब चीजें न होती हों, यह आपके लिए बेहतर होगा।
3. तीसरा और सबसे जरूरी बात बकरी पालन के लिए ऐसी जगह न चुने जहां पर बकरियां कि उत्पाद या फिर उनकी मांग कम हो
4. बकरियों की अच्छी देखभाल करने के साथ-साथ उन्हें अच्छे मौसम में रखना भी ज़रूरी है। वैसे तो बकरियों के लिए मौसम बदलना उतना असर नहीं होता, लेकिन फिर भी ज़्यादा गर्मी और बारिश का मौसम बकरियों के लिए कुछ हद तक नुकसानदायक साबित हो सकता है। इसलिए आप लोगों को इस मौसम में बकरियों का ज़्यादा ख्याल रखना होगा क्योंकि इस मौसम में बकरियाँ ज़्यादा बीमार पड़ती हैं।
5. इसके अलावा बकरियों के लिए जगह चुनते समय आपको इस बात का ध्यान जरूर रखना चाहिए कि आपके पास बकरियों के रहने और घूमने के लिए पर्याप्त जगह होनी चाहिए। ऐसा नहीं होना चाहिए कि आपके पास बहुत सीमित जगह हो जिसकी वजह से बकरियों को घुटन महसूस हो इसकी वजह से आपकी बकरियां बीमार भी पड़ सकती हैं।
6. यदि आप गांव में बकरी पालन का व्यवसाय करना चाहते हैं तो आपको बहुत सारे लाभ देखने को मिलेंगे जैसे कि आपके गांव में बकरी पालन के लिए जमीन की बिल्कुल भी कमी नहीं होगी।
7. यदि आप गांव में बकरी पालन का व्यवसाय करना चाहते हैं, तो आपको बकरियों के लिए चारे की कोई कमी नहीं होगी, जिससे आपकी बकरियां अच्छे दामों पर बिक जाएंगी और आप इस व्यवसाय में अच्छा मुनाफा कमा पाएंगे।कोई
8. अगर आप गांव में बकरी पालन के लिए जगह चुनते हैं तो आपको इन सभी बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए। अगर आप इन सभी बातों का ध्यान रखेंगे तो यह आपके बेहतर फैसलों में से एक होगा।
गांव में बकरी पालन के लिए शेड का निर्माण
गांव में बकरी पालन के लिए यह बहुत अहम हिस्सा है उनके लिए शेड का निर्माण करना यानी की बकरियों का घर बनवाना अक्सर मैंने देखा है कि गांव के इलाकों में गौर किया है
कि वे अपने बकरियों को और अन्य जानवरों और पशुओं के साथ ही रखते हैं अगर मैं अपने एक्सपीरियंस से कहूं तो मुझे नहीं पता कि वह ऐसा क्यों करते हैं लेकिन बकरी पालन में शेड कितना जरूरी होता है इसके बारे में नीचे पढ़ें और पता लगा सकते हैं
गांव में बकरी पालन के लिए शेड निर्माण क्यों जरूरी है
बकरियां के लिए शेड का निर्माण यह कुछ निम्न कारक महत्वपूर्ण बनाते हैं
- शेड बनाने से बकरियों को बाहरी और शिकारी जानवरों से सुरक्षा मिलती है
- अगर आप लोग अपनी बकरियों के लिए शेड बनाते हैं तो आपको बहुत सारे फायदे देखने को मिलेंगे जैसे बकरियों के लिए एक मजबूत और सुरक्षित घर और बारिश और धूप और निर्बाध हवा से सुरक्षा और ध्यान रखें कि शेड की फर्श ऊंची और सूखी होनी चाहिए
- इसमें बकरियों के लिए उचित और आरामदायक वातावरण भी मिलता है
- घर में बकरियों के प्रजनन और पालन से उनके पोषण और उत्पादकता में सुधार होता है
- शेड के कारण बाहरी मौसम बदलने के कारण बकरियों को बीमारियों से भी सुरक्षा मिलती है
- सिड के अंदर बकरियों की देखभाल और इलाज और पालन पोषण आसानी से किया जा सकता है
चलिए अब जानते हैं कि आपको अपने बकरियों के लिए कैसा शेड बनवाना चाहिए
गांव में बकरी पालन व्यवसाय के लिए शेड कैसे बनाएं?
सबसे पहले तो आपको बता दें कि बकरी पालन के लिए सेट दो तरह से बनाया जा सकता है पहला जमीन पर और दूसरा जमीन के ऊपर, लेकिन यह आपके तरफ की जलवायु पर निर्भर करता है
जैसे अगर आप इसे ठंडी जलवायु वाली जगह पर बनवाते हैं तो बकरियों के लिए शेड जमीन के ऊपर बनाना बेहतर रहेगा।
अपना उत्पाद चुनें
जब आप इस व्यवसाय को शुरू करते हैं तो आपको अपने उत्पाद को भी ध्यान में रखना चाहिए। उत्पाद चुनने से मेरा मतलब है कि आप अपने बाजार में क्या बेचना चाहते हैं
या आपके बाजार में किस उत्पाद की सबसे ज्यादा मांग है जैसे बकरी का दूध या उसका मांस या आपके बाजार में बकरियों की खुद की मांग। यह सब जानने के बाद आपको अपने उत्पादन के हिसाब से बकरियों का चयन करना होगा। जैसे भारत में बकरियों की कई अलग-अलग नस्लें पाई जाती हैं
और इन सभी बकरियों की अलग-अलग खासियत होती है जैसे कोई बकरी ज्यादा दूध देती है तो कोई बकरी ज्यादा मांस देती है या कोई बकरी मांस और दूध दोनों देती है।
बकरियों की कुछ महत्वपूर्ण नस्ले
नस्ल | स्थान | प्रमुखता |
जमुनापारी बकरियां | उत्तरप्रदेश (जमुना किनारे) | खूबसूरती और उच्च दुध उत्पादन की क्षमता |
सिरोही | राजस्थान (ठंडी और सुखी जगहे) | दूध और मांस उत्पादन में प्रमुख |
बरबरी | उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, और मध्य प्रदेश | खास तौर से मांस के लिए चर्चित |
बोअर | उत्तर पश्चिमी यूरोप (मजबूत नस्ल) | अच्छी गोदन और मांस उत्पादन क्षमता |
सुरती | गुजरात | उच्च प्रजनन दर |
बीतल | पश्चिमी बंगाल | दूध और मांस के लिए प्रसिद्ध |
ओस्मानाबादी | महाराष्ट्र | ज्यादा दूध उत्पादन |
ब्लैक बंगाल | बंगाल | उच्च प्रजनन दर और मांसउत्पादन |
बकरियों का चुनाव कैसे करें
मैंने बहुत से व्यापारियों को देखा है जो अपने व्यापार के लिए सही बकरियों का चयन नहीं करते हैं। यहाँ मैं आपसे यह नहीं कह रहा हूँ कि बकरियों का चयन करना सही नस्ल चुनने जैसा है,
बल्कि ऐसी बकरियों का चयन करना ज़रूरी है जिनकी गुणवत्ता अच्छी हो, यानी आप लोगों को बकरी पालन के लिए ऐसी बकरियों का चयन करना चाहिए।
- सभी रोगों से मुक्त हो
- स्वस्थ हो
- चराई में निपुण हो
- अच्छी मांस और दूध का उत्पादन करें
- जिनकी प्रजनन शक्ति हो
बकरियों के लिए चारे का इंतजाम करें
बकरियों को वैसे समानता घास ही खिलाई जाती है लेकिन यदि आप चाहे तो उन्हें दाने और अनार भी खिला सकते हैं
1. घास या चार – घास या चेहरे में आप लोग अपने बकरियों को लुस, सीरा, बरमुदा, लुसर्न, गेहू, आदि आराम से खिला सकते हैं यह सभी चेहरे बकरियों के लिए काफी फायदेमंद होते हैं
2. दाना और अनाज – इस प्रकार के आहार में अनाज, चावल, मक्का, सोयाबीन और चोकर आपकी बकरियों के लिए बेहतर साबित होंगे
3. बकरियों को कितना चारा खिलाना चाहिए – इस बारे में आपको ज़्यादा सोचने की ज़रूरत नहीं है। हर बकरी अपनी उम्र, वज़न और भूख के हिसाब से खाना खाती है। समय के साथ धीरे-धीरे आपको समझ आ जाएगा कि आपको अपनी बकरी को कितना चारा खिलाना चाहिए और कितना नहीं।
बकरियां में प्रजनन और बच्चे पालन
बकरियों में प्रजनन का सही समय पूरी तरह से बकरियों की उम्र पर निर्भर करता है। आपको हमेशा यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आपकी बकरी सही उम्र से पहले प्रजनन न करवाए।
1. बकरियों में प्रजनन का सही समय?
बकरियों में प्रजनन का सही समय उनके पूर्ण विकसित होने के बाद होता है। सरल शब्दों में समझाएं तो जब बकरियां 9 से 10 महीने की हो जाती हैं तो वे प्रजनन के योग्य हो जाती हैं।
2. बकरियां में प्रजनन कैसे होता है?
प्रजनन के लिए बकरी की पहचान करना बहुत जरूरी है। इसके लिए आप बकरी को किसी नर बकरे के पास छोड़ दें। अगर बकरी प्रजनन के लिए तैयार है तो बकरी नर बकरे के पास चली जाएगी और उनके बीच प्रजनन होगा।
3. प्रजनन हुई बकरियों की देखभाल
बकरियों को सही मात्रा में खाद और चारे की जरूरत होती है, इसलिए आप लोगों को प्रजनन बकरियों की अच्छी देखभाल करनी चाहिए। आपको बकरियों को सही समय पर और सही मात्रा में खाद, दाना, पानी, खनिज और विटामिन देना चाहिए।
भारत सरकार की योजना और सब्सिडी
भारत सरकार पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चला रही है जैसे
- राष्ट्र पशुधन मिशन
- नाबार्ड से ऋण सुविधा
- पशुपालन विभाग की सब्सिडी योजनाएं (30% से 60% तक)
गांव में बकरी पालन व्यवसाय शुरू करने में कितना खर्च आएगा?
गांव में बकरी पालन व्यवसाय करने में आपका खर्च कुछ बातों पर निर्भर करता है जैसे कि आप शुरुआत में कितनी बकरियां पालना चाहते हैं और उनकी नस्ल क्या है,
आप अपनी बकरियों के पालन के लिए किस तरह का शेड बनवाएंगे, बकरियों की खाद और देखभाल के लिए आप कौन से आवश्यक उपकरण इस्तेमाल करेंगे आदि।
1. शेड बनवाने का खर्च
बकरी शेड बनाने में कितना खर्च आएगा यह कई बातों पर निर्भर करता है, जैसे कि आप कितनी बकरियों के लिए शेड बनाना चाहते हैं और उनके लिए कितनी जगह उपलब्ध है।
2. बकरियों की खरीदारी में खर्च
अगर आप अच्छी नस्ल की बकरी चुन रहे हैं तो उसके लिए भी आपको पैसे खर्च करने होंगे और यह खर्च आपको प्रत्येक बकरी पर देना होगा।
3. खाद चारे और के लिए खर्च
यदि आप बकरी पालन शुरू कर रहे हैं तो आपको उनके लिए भोजन की व्यवस्था करनी होगी जो बकरी पालन का तीसरा खर्च है जिसमें उनके लिए अनाज खरीदना और चारा काटने के सभी उपकरण और खाद शामिल हैं।
गांव में बकरी पालन व्यवसाय में कितने रुपए तक की कमाई होगी?
बकरी पालन व्यवसाय में आप कितना पैसा कमाएंगे यह कुछ बातों पर निर्भर करता है जैसे आपकी बकरियों की संख्या, उनके पानी और उत्पादन क्षमता, बिक्री की मांग और बाजार दरें।
और पढ़ें: गांव में मुर्गी पालन बिजनेस कैसे करें – एक संपूर्ण गाइड
निष्कर्ष
इस ब्लॉग पोस्ट में मैंने आप लोगों को बकरी पालन व्यवसाय गांव में कैसे शुरू करें इसके बारे में पूरी जानकारी देने की कोशिश की है और आप लोग इस लेख में विस्तार से जान सकते हैं कि बकरी पालन व्यवसाय के लिए किन चीजों की जरूरत होती है और इसमें कितना पैसा खर्च होता है और भी बहुत सी बातें और इनमें से कौन सी जानकारी आप लोगों को सबसे महत्वपूर्ण लगी आप लोग हमें कमेंट करके बता सकते हैं।
क्या गांव में बकरी पालन लाभदायक है?
जी हां, अगर आप गांव में बकरी पालन करते हैं तो इसे कम लागत और कम जगह में शुरू कर सकते हैं और इसका मुनाफा भी अच्छा है।
बकरी पालन के लिए कौन सी नस्ल सबसे अच्छी है?
जमुनापारी बराबरी और सिरोही नस्ल भारत में सबसे ज्यादा पसंद की जाती है
भारत में एक बकरी की कीमत कितनी होती है?
भारत में बकरियों की कीमत नस्ल, उम्र और वजन के आधार पर 5000 से 15000 रुपये तक हो सकती है
क्या बकरी पालन के लिए कोई सरकारी सहायता मिलती है?
हां, भारत सरकार विभिन्न योजनाओं के तहत ऋण और सब्सिडी प्रदान करती है।
गांव में बकरी पालन का व्यवसाय करके आप साल में कितना कमा सकते हैं?
अगर आप 20 से 22 बकरियों से शुरुआत करते हैं तो आप एक साल में लगभग ₹3 से ₹5 लाख कमा सकते हैं